रंगीन रंगीन कमीज़ होते हैं बेहद लाजवाब, चंद सफ़ेद बेहतरीन कमीज़ होते हैं नायाब! रंगीन रंगीन कमीज़ होते हैं बेहद लाजवाब, चंद सफ़ेद बेहतरीन कमीज़ होते हैं नायाब!
अब रूह का आलम ये है की आदमी के बटुये सी औकात याद दिला दी जाती है अब रूह का आलम ये है की आदमी के बटुये सी औकात याद दिला दी जाती है
किसे पता क्या चले अब तुम्हारी कटी हुई नसों में। जिसमें नजर आया था कभी आफताब हँसता। किसे पता क्या चले अब तुम्हारी कटी हुई नसों में। जिसमें नजर आया था कभी आफ...
भोर की विभोर में नृत्य करे पंछी यादों के। भोर की विभोर में नृत्य करे पंछी यादों के।
हुस्न ए सूबू में 'हसन' जाम पीना सवाब है। हुस्न ए सूबू में 'हसन' जाम पीना सवाब है।
यूँ आफताब की तरह छिपते ना चले जाएं। यूँ आफताब की तरह छिपते ना चले जाएं।